Wednesday, June 3, 2009

अब्राहम लिन्कन का पत्र

 


यह अब्राहम लिन्कन का पत्र है। आप सब इस पत्र के मध्यम से आपने बच्चों के भविष्य के बारे मे अवश्य सोचें कि क्या आपके बच्चे सबसे पहले इन्सानियत की शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं? इन्जीनियर, डा० , पैसे कमाने वाले मसीन बनने के पहले क्या आदमी बन पा रहे हैं।
 

प्रभातखबर से साभार-

Linkan Ka Patra

1 comment:

  1. इस पत्र को जितनी भी बार पढों, उतना ही अच्छा लगता है।
    -Zakir Ali ‘Rajnish’
    { Secretary-TSALIIM & SBAI }

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