Thursday, October 24, 2013

मखमली आवाज के गायक मन्ना डे

मखमली आवाज के गायक मन्ना डे जी ने इस दुनिया से विदा ले लिया । उनके नहीं रहने से लाखों संगीत प्रेमियों को गहरा आघात पंहुचा है। आदरणीय मन्ना डे जी की आवाज में एक गजब का चुम्बकीय आकर्षण था । उनके गानों के धुन सहज ही होठों पर थिरकने लगते है। शाश्त्रीय संगीत पर आधारित उनके गानों में जब स्वर लहरियां उठती थी तो श्रोता मंत्र मुग्ध हो जाते थे। मन्ना डे पिछले काफी वर्षो से बीमार चल रहे थे। उनका बेंगलूर में इलाज चल रहा था। दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित मन्ना डे उन गायकों में रहे, जिनकी एक समय बॉलीवुड में तूती बोलती थी।

पचास और साठ के दशक में अगर हिंदी फिल्मों में राग पर आधारित कोई गाना होता, तो उसके लिए संगीतकारों की पहली पसंद मन्ना डे ही होते थे। उनके 94 वें जन्मदिन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने उनसे मुलाकात की उन्हें मुबारकबाद दी थी। बॉलीवुड में हरफनमौला गायक कहे जाने वाले मन्ना डे के निधन से एक युग का अंत हो गया है। मन्ना डे को 1971 में पद्मश्री और 2005 में पद्म विभूषण से नवाजा जा चुका है। 2007 में उन्हें प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया गया।

मन्ना डे ने यूं तो बॉलीवुड में हजारों गाने गाए। लेकिन उनके गाए दस गीत ऐसे हैं जिन्हें हमेशा से याद किया जाता रहा है।

1. जिंदगी कैसी है पहेली (फिल्म- आनंद)

2. एक चतुर नार करके श्रृंगार (फिल्म- पड़ोसन)

3. लागा चुनरी में दाग (फिल्म- दिल ही तो है)

4. कसमें वादे प्यार वफा (फिल्म- उपकार)

5. तू प्यार का सागर है (फिल्म- सीमा)

6. तुझे सूरज कहूं या चंदा (फिल्म- एक फूल दो माली)

7. यारी है ईमान मेरा यार मेरी जिंदगी (फिल्म- जंजीर)

8. ये रात भीगी भीगी (फिल्म- चोरी चोरी)

9. ऐ मेरी जोहरा जबीं (फिल्म- वक्त)

10. प्यार हुआ इकरार हुआ है (फिल्म- श्री 420)

देश को सदैब इस महान गायक पर नाज रहेग।