Thursday, April 22, 2021

भाषा के अभिलक्षण bhasha ke abhilakshan

भाषा का अभिलक्षण (property of the language)
स्तुत व्याख्यान प्रो. कलानाथ मिश्र द्वारा हिन्दी के स्नातक, स्नातकोत्तर एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को ध्यान मे रखकर निर्मित किया गया है। यह व्याख्यान अनेक विद्वानों के मत के आधार पर तथा विभिन्न पुस्तकों से सामग्री एकत्र कर बनाया गया है । आशा है यह विडिओ आपको परितोष देने मे समर्थ होगा । इस विडिओ व्याख्यान के आधार पर छात्र परीक्षा की दृष्टि से नोट्स तैयार कर सकते हैं | अतः इसके लिए सम्पूर्ण विडिओ दो -तीन बार देखें | अपना मन्तव्य भी अवश्य टिप्पणी के रूप मे दें |
भाषा के अभिलक्षण से तात्पर्य है, भाषा के मूलभूत विशेषताएँ एवं उनके मूल लक्षण। यह किसी वस्तु लक्षण ही होता है, जो किसी वस्तु को अन्य वस्तुओं से अलग करने की क्षमता रखते हैं। इसी तरह भाषा का अभिलक्षण, मानव भाषा को अन्य प्राणियों के भाषाओं से अलग करते हैं। मनुष्य की भाषा अन्य सभी जीवों की भाषाओं से अलग है। जब अम मानवीय भाषा के संदर्भ में बात करते हैं तो यह जानना आवष्यक हो जाता है कि मानवीय भाषा की मूलभूत विषेषताएँ कौन-कौन से हैं। यहाँ हम भाषा के निम्न महत्वपूर्ण अभिलक्षण पर विचार करेंगे।